भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में हुईं 12731 चयनित जेबीटी मामले की सुनवाई 15 फरवरी (आज) को होनी है। चयनित जेबीटी व उनके परिवारों को आशा है कि अब जल्द ही जेबीटी भर्ती मामले में फैसला आएगा। जिससे चयनित होने के बाद भी बेरोजगारी भरा जीवन जी रहे हजारों जेबीटी को फायदा होगा।
हरियाणा पात्र अध्यापक संघ के जिला प्रधान नरेंद्र दहिया का कहना है कि इस मामले में करीब 70 से 80 सुनवाई हो चुकीं हैं। 31 मार्च को हाईकोर्ट ने जेबीटी के हक में फैसला सुनाया था, लेकिन प्रदेश सरकार ने ज्वाइनिंग नहीं कराई। जिसके बाद मामला फिर से डबल बैंच में लगाया गया। मई 2016 से अब तक इस मामले में एक भी सुनवाई नहीं हुई है।
दूसरी तरफ पात्र हरियाणा अध्यापक संघ के बैनर तले 200 दिनों से अधिक दिनों से लगातार पंचकूला में धरना चला हुआ है। चयनित जेबीटी की नियुक्ति न होने से वे बेरोजगारी का जीवन जी रहे हैं। कई चयनित उम्मीदवारों की शादियां भी रुकी हुईं हैं। चयनित जेबीटी व उनके परिवार मानसिक परेशानी का भी सामना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2012 में निकाली गई जेबीटी भर्ती का रिजल्ट पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों पर 9870 की बजाय 12731 जेबीटी की चयन सूची जारी की गई। मामला निरंतर न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण 14 अगस्त 2014 से अब तक जेबीटी को नियुक्ति पत्र अलाट नहीं हुए हैं।
प्रदेश के रेगुलर गेस्ट टीचरों की मांगी लिस्ट :- प्रदेश सरकार के निर्देशों पर हरियाणा शिक्षा प्राइमरी निदेशक ने प्रदेश के सभी प्राथमिक स्कूलों को विशेष प्रफोर्मा भेजते हुए स्कूल में छात्रों की संख्या व संख्या के मुताबिक जेबीटी अध्यापकों की सूची का विवरण भी मांगा है।
ये भी स्पष्ट करने के लिए कहा गया है कि मौजूदा हाल में कितने गेस्ट टीचर व रेगुलर टीचर हैं ये भी बताया जाए। नव चयनित जेबीटी इस सूचना को भी एक सकारात्मक सोच से आगे बढ़ रहे हैं। नव चयनित जेबीटी का कहना है कि उन्हें बेवजह से चयन होने के बाद भी बेरोजगारी की सजा भुगतनी पड़ रही है।